Shabd to nahi hai ab mere pass ki is bhavna ko is se jyada saral sabdo mai smajha paun...shayad aap ... Shabd to nahi hai ab mere pass ki is bhavna ko is se jyada saral sabdo mai smajh...
कहीं मोती कहीं बूंद कहीं सीप है यारो आओ देखा करें खुशनसीब सी जिंदगी। कहीं मोती कहीं बूंद कहीं सीप है यारो आओ देखा करें खुशनसीब सी जिंदगी।
मन में ताप तन में स्वेद मानवता का यह विच्छेद। मन में ताप तन में स्वेद मानवता का यह विच्छेद।
नदी - सी थी तुम...! नदी - सी थी तुम...!
बचपन के बारे में एक कविता...। बचपन के बारे में एक कविता...।
आभास...। आभास...।